સમગ્રમાંથી સઘન-વિવેચનશ્રેણી – ભોગીલાલ સાંડેસરા/જિમણવાર - પરિધાન વિધિ: Difference between revisions

Jump to navigation Jump to search
+1
(+)
(+1)
Line 61: Line 61:
-----------------  
-----------------  


हवइं तंबोल,१ अडांगरां पांन, तबकी पांन, षाषरीआ२ पांन, चेउली पांन, श्रेष्टिवेलिआं३ पांन, कपूरवेलिआ४ पान, नागरखंडां पांन, मांगुलुरां५ पांन, बीटि सांकडां,६ अल्प नसाजाल, एवंविध७ मनोहर पांन.८ तबकी सोपारी, चेउळी सोवारी, कीली सोपारी, चीकणी सोपारी, लालीआं९ सोपारी, रोठा१० सोपारी, भमरागर सोपारी, कुचीगर सोपारी, तानुरां सोपारी, मडावां सोपारी, नीली सोपारी, कातली, तबक खरवडी, तबकी११ काथु, केवडीउ१२ काथु,१३ लिविंग१४ एलची बोदा काठी जाइफल जावित्री१५ कर्पूर१६ कस्तूरी तणइ संयोगि चुसरां१७ पाननां बीडां१८ इम१९ सर्व परिवारनइं भोजन तंबोल दीधा.
हवइं तंबोल,१<ref>१ आ पच्छी 'आपइं तंबोर शब्दो बीजी प्रतमां छे.</ref>  अडांगरां पांन, तबकी पांन, षाषरीआ२<ref>२ षाषरीयां. </ref>  पांन, चेउली पांन, श्रेष्टिवेलिआं३<ref>३ *वेलियां. </ref> पांन, कपूरवेलिआ४<ref>४ *वेलियां. </ref>  पान, नागरखंडां पांन, मांगुलुरां५<ref>५ मांगळुरां. </ref>  पांन, बीटि सांकडां,६<ref>६ 'बीटि सांकडां' आ शब्दो पछी 'मांहि नहीं लाकडां' एवा शब्द बीजी प्रतमां छे. </ref>  अल्प नसाजाल, एवंविध७<ref>७ एहवां. </ref>  मनोहर पांन.८<ref>८ 'मनोहर पांन' ए शब्दोंने बदले बीजी प्रतमां 'आपइ भुपाल' एवा शब्द छे. </ref>  तबकी सोपारी, चेउळी सोवारी, कीली सोपारी, चीकणी सोपारी, लालीआं९<ref>९ लालीआ. </ref> सोपारी, रोठा१०<ref>१० रोठा. </ref>  सोपारी, भमरागर सोपारी, कुचीगर सोपारी, तानुरां सोपारी, मडावां सोपारी, नीली सोपारी, कातली, तबक खरवडी, तबकी११<ref>११ तबकी. </ref> काथु, केवडीउ१२<ref>१२ केवडीयो. </ref> काथु,१३<ref>१३ काथो. </ref>  लिविंग१४<ref>१४ लविंग, </ref>  एलची बोदा काठी जाइफल जावित्री१५<ref>१५ जावंत्री. </ref>  कर्पूर१६<ref>१६ मिरीकपूर. </ref> कस्तूरी तणइ संयोगि चुसरां१७<ref>१७ चुसठि. </ref>  पाननां बीडां१८<ref>१८ आ पछी बीजी प्रतमां 'एकइं नहीं रुडां इकइं नहीं' एवा शब्द छे. </ref>  इम१९<ref>१९ ईम, आ पछी बीजी प्रतमां 'द्रव्यना लाहा लीधा’ एवा शब्द छे. </ref>  सर्व परिवारनइं भोजन तंबोल दीधा.
ईसपना२० लोबान,२१ शलारसबती,२२ कृष्णागर भोग धूप समस्त परिवार आगलि ऊषेवाइ.२३ धूपेल चांपेल मोगरेल करणेल जइतेल२४ एवंविध तेलिइं चोला भीजाइ.२५ चूउ जबाधि पोहिसा कचूलु गुलाब सुरतर२६ अबीर बावन्नाचंदन सूकडि केसर मिलियोगिरा२७ कपूरकाचरी नखला गहुंला कस्तूरी बरासकपूर,२८ चीणीउं कपूर,२९ गुलाल एवंविध छांटणां. चंपकपुष्प३० मालती३१ केवडा पाडल जाइनां३२ फूल,  
ईसपना२०<ref>२० ईसपान. </ref>  लोबान,२१<ref>२१ लोब्यान. </ref>  शलारसबती,२२<ref>२२ शलारसवती. </ref>  कृष्णागर भोग धूप समस्त परिवार आगलि ऊषेवाइ.२३<ref>२३ उषवेवाइं, आनी पछी बीजी प्रतमां 'गायन बइंठाणाय' एवा शब्द छे. </ref>  धूपेल चांपेल मोगरेल करणेल जइतेल२४<ref>२४ जायतेल, बीजी प्रतमां आ शब्द पछी 'घणइ बत्त्या' शब्दो मले छे. </ref>  एवंविध तेलिइं चोला भीजाइ.२५<ref>२५ भींजबीइं </ref> चूउ जबाधि पोहिसा कचूलु गुलाब सुरतर२६<ref>२६ गुरुतरु. </ref>  अबीर बावन्नाचंदन सूकडि केसर मिलियोगिरा२७<ref>२७ मिलियागरं, </ref> कपूरकाचरी नखला गहुंला कस्तूरी बरासकपूर,२८<ref>२८ कपूरबरास. </ref>  चीणीउं कपूर,२९<ref>२९ आ शब्द बीजी प्रतमां नथी. </ref> गुलाल एवंविध छांटणां. चंपकपुष्प३०<ref>३० चंपकपुष्प. </ref>  मालती३१<ref>३१ मालतीपुष्प. </ref>  केवडा पाडल जाइनां३२<ref>३२ जायनां.</ref>  फूल,  
--------------------------  
--------------------------  
१ आ पच्छी 'आपइं तंबोर शब्दो बीजी प्रतमां छे. २ षाषरीयां. ३ *वेलियां. ४ *वेलियां. ५ मांगळुरां. ६ 'बीटि सांकडां' आ शब्दो पछी 'मांहि नहीं लाकडां' एवा शब्द बीजी प्रतमां छे. ७ एहवां. ८ 'मनोहर पांन' ए शब्दोंने बदले बीजी प्रतमां 'आपइ भुपाल' एवा शब्द छे. ९ लालीआ. १० रोठा. ११ तबकी. १२ केवडीयो. १३ काथो. १४ लविंग, १५ जावंत्री. १६ मिरीकपूर. १७ चुसठि. १८ आ पछी बीजी प्रतमां 'एकइं नहीं रुडां इकइं नहीं' एवा शब्द छे. १९ ईम, आ पछी बीजी प्रतमां 'द्रव्यना लाहा लीधा’ एवा शब्द छे. २० ईसपान. २१ लोब्यान. २२ शलारसवती. २३ उषवेवाइं, आनी पछी बीजी प्रतमां 'गायन बइंठाणाय' एवा शब्द छे. २४ जायतेल, बीजी प्रतमां आ शब्द पछी 'घणइ बत्त्या' शब्दो मले छे. २५ भींजबीइं २६ गुरुतरु. २७ मिलियागरं, २८ कपूरबरास. २९ आ शब्द बीजी प्रतमां नथी. ३० चंपकपुष्प. ३१ मालतीपुष्प. ३२ जायनां.


सेवंत्रां, जूईनां१ फूल, बुलसिरीनां२ फूल, दमणउ सरूउ मचकंद कमल जासु गुलाल बेलि मोगरु करणी वालु पारिजातक३ एवंविध४ फूल परिवार प्रति अपाइ.५
सेवंत्रां, जूईनां१<ref>१ जूहीनां.</ref>  फूल, बुलसिरीनां२<ref>२ बलिहारी. </ref> फूल, दमणउ सरूउ मचकंद कमल जासु गुलाल बेलि मोगरु करणी वालु पारिजातक३<ref>३ हारिजात. </ref> एवंविध४
हवइ राजा परिवार प्रति वस्त्र आपइ; गुडीआं६ शणीआं कस्तूरीआं प्रतापीआं कुसंभीआ७ वाटलीआं जलोदरीआं मगीआं जोडदरीआं प्रागीआं चुकडीआं८ टसरीआं पूरीआं अमरीआं सूहवीआं मूगीआं चलवलीआं चारुलीआं परवालीआं मांडलीआं खाजलीआं पिंपलीआं पोपटिआं हांसलीआं चंपकदुर्गीआं९ विद्यापुरीआं देकापाटकीआं कास्मीरीआं धूमराई खीरोदक पदांशुक चीनांशुक खांडकी तनुसख मनसष१० कमखा चलाषा मलाषा देवदूष्य११ बंधालग कौठालग कलगइ कोकची१२ पंचवर्ण यज, दुरंगी यज, मांगलुरी यज, गढगजी सवागजी चुगजी पंटणी पटपाटू, पंचवर्ण छींट, नीलवटां चकवटां धौंत [3-B] वटां मुहिवटां नाटी दोटी धटी कठपीठ पाघडी बींडी रेट चूनडी पातलसाडी, नंदरबारी पाघडी, पामडी लोवडी, वाहणवही लोवडी, पछेडी चूनडी गजवडि१३ बोरीआवडि हंसवडि सुवर्णवडि१४ कालावडि फाडां ठेपाडां कुमरपछेडु, गोमेद लुगडूं, अदाण१५ कर्मदाण कंतरांइणी गजकर्णी पइठाणी१६ सलहिती बारबती फरोदस्ती चूडाभाति शकलात पोतु तास्तु नीलनेत्रां बासत्था, मिशरु बासत्था, कद दोकद चुपदा मास-पदा तनुबंध१७ शरबंध कमरबंध मगवनां कमलवनां दरीयाखाना
<ref>४ एम विधि. </ref> फूल परिवार प्रति अपाइ.५<ref>५ अपावइ. </ref> हवइ राजा परिवार प्रति वस्त्र आपइ; गुडीआं६<ref>६ गुडीयां, बीजी प्रतमां अन्य वस्त्रोनां नामने छेडे पण 'आं 'ने बदले ‘यां' छे </ref> शणीआं कस्तूरीआं प्रतापीआं कुसंभीआ७
<ref>७ आनी पछीनो 'मोलीआं' शब्द बीजी प्रतमां नथी </ref> वाटलीआं जलोदरीआं मगीआं जोडदरीआं प्रागीआं चुकडीआं८<ref>८ चउकडीयां. </ref> टसरीआं पूरीआं अमरीआं सूहवीआं मूगीआं चलवलीआं चारुलीआं परवालीआं मांडलीआं खाजलीआं पिंपलीआं पोपटिआं हांसलीआं चंपकदुर्गीआं९<ref>९. चंपकदुगीयां. </ref> विद्यापुरीआं देकापाटकीआं कास्मीरीआं धूमराई खीरोदक पदांशुक चीनांशुक खांडकी तनुसख मनसष१०<ref>१० मनसुष. </ref> कमखा चलाषा मलाषा देवदूष्य११<ref>११ 'देवदूष्य' शब्द बीजी प्रतमां नथी.</ref> बंधालग कौठालग कलगइ कोकची१२<ref>१२ कठपीठ, आनी पछी 'षेस' शब्द बीजी पतमां छे. </ref> पंचवर्ण यज, दुरंगी यज, मांगलुरी यज, गढगजी सवागजी चुगजी पंटणी पटपाटू, पंचवर्ण छींट, नीलवटां चकवटां धौंत [3-B] वटां मुहिवटां नाटी दोटी धटी कठपीठ पाघडी बींडी रेट चूनडी पातलसाडी, नंदरबारी पाघडी, पामडी लोवडी, वाहणवही लोवडी, पछेडी चूनडी गजवडि१३<ref>१३ गजबटि. </ref> बोरीआवडि हंसवडि सुवर्णवडि१४<ref>१४ सुवणवडि. </ref> कालावडि फाडां ठेपाडां कुमरपछेडु, गोमेद लुगडूं, अदाण१५<ref>१५ अद्दण. </ref> कर्मदाण कंतरांइणी गजकर्णी पइठाणी१६<ref>१६ पइंठांणी. </ref> सलहिती बारबती फरोदस्ती चूडाभाति शकलात पोतु तास्तु नीलनेत्रां बासत्था, मिशरु बासत्था, कद दोकद चुपदा मास-पदा तनुबंध१७<ref>१७ तिनुबंध.</ref> शरबंध कमरबंध मगवनां कमलवनां दरीयाखाना
------------------------------  
------------------------------  
१ जूहीनां. २ बलिहारी. ३ हारिजात. ४ एम विधि. ५ अपावइ. ६ गुडीयां, बीजी प्रतमां अन्य वस्त्रोनां नामने छेडे पण 'आं 'ने बदले ‘यां' छे ७ आनी पछीनो 'मोलीआं' शब्द बीजी प्रतमां नथी ८ चउकडीयां. ९. चंपकदुगीयां. १० मनसुष. ११ 'देवदूष्य' शब्द बीजी प्रतमां नथी. १२ कठपीठ, आनी पछी 'षेस' शब्द बीजी पतमां छे. १३ गजबटि. १४ सुवणवडि. १५ अद्दण. १६ पइंठांणी. १७ तिनुबंध.


कतनीझूंना१ प्रताप सचोप, पटणी कथीवु, फिरंगी२ कथीवु, सानुबाफ जरबाफ श्रीबाफ सुफ कमखा३ खरमु नरमु मेघाडंबर मंजीर दाडिमसार४ जादर हीरागर वइरागर फूलपगर चीर बलगार चुतार५ पीतांबर चादर रक्तांबर नेत्रांबर षासरी सालूर६ चौलहिरां७ नीलुहुरां८ जरजरी मलबारी लाछरी९ अधोतरी१० अमरी गंगापारी मोतीचूरि टमरु मशरु रत्नकंबल छाइल मकबल अगल साउला उरसाला वाला पटुलां बाकलां घनवेलि कमलवेलि कपूरवेलि सेलां पटुली षमरतली झमरतली चेउली मह्यूसालू११ चारसा१२ षरबास षेस१३ कतास अतलस खासु कमसू भइरव, मिश्रु भइरव, रेशमी भइरव, लाहि महीमुंदीशाही१४ मलमलसाही प्रमुख नानाविध१५ भातिनां,१६ नानाविध१७ देशनां वस्त्र आणी समस्त परिवार,१८ नगरलोक पहिरावी१९ नांमस्थापना कीधी.२०
कतनीझूंना१<ref>१ कचनीझूंना.</ref> प्रताप सचोप, पटणी कथीवु, फिरंगी२<ref> २ फरंगी, आ शब्द पछी बीजी प्रतमां  'एरंडी' छे. </ref> कथीवु, सानुबाफ जरबाफ श्रीबाफ सुफ कमखा३<ref> ३ कमरबाफ. </ref>  खरमु नरमु मेघाडंबर मंजीर दाडिमसार४<ref> ४ दामिमसार.</ref>  जादर हीरागर वइरागर फूलपगर चीर बलगार चुतार५<ref> ५. चउतार. </ref>  पीतांबर चादर रक्तांबर नेत्रांबर षासरी सालूर६<ref> ६ गालू. </ref>  चौलहिरां७<ref> ७ चोलहिरा. </ref> नीलुहुरां८<ref> ८ तीलुहुरी. </ref>  जरजरी मलबारी लाछरी९<ref> ९ लाछुउरी. </ref>  अधोतरी१०<ref> १० अधातरी, आनी पछी 'देवदूषा' शब्द बीजी प्रतमां छे. </ref>  अमरी गंगापारी मोतीचूरि टमरु मशरु रत्नकंबल छाइल मकबल अगल साउला उरसाला वाला पटुलां बाकलां घनवेलि कमलवेलि कपूरवेलि सेलां पटुली षमरतली झमरतली चेउली मह्यूसालू११<ref> ११ महुसाहु. </ref> चारसा१२<ref>१२ चोरसा </ref> षरबास षेस१३
<ref>१३ बीजी प्रतमर्मा 'षेस' नथी. </ref>  कतास अतलस खासु कमसू भइरव, मिश्रु भइरव, रेशमी भइरव, लाहि महीमुंदीशाही१४<ref> १४ महिमुंदशाही, आनी पछी बीजी प्रतमां नीचेनां वस्त्रोनां नाम मळे छेः 'चीगीदाम गोयागरी सागीयां, नीली पांजणी, पीली काली कादूई राती पंचवर्ण पांजणी, पछेडी, बाट पछेडी, नीझरी पछेडी, सोनादोरी पछेडी.' </ref>  मलमलसाही प्रमुख नानाविध१५
<ref> १५ नानाविधि. </ref>  भातिनां,१६<ref> १६ आ पछी बीजी प्रतमां ‘नानावधि जातिनां' एवा शब्द छे. </ref>  नानाविध१७<ref> १७ नानाविधि. </ref>  देशनां वस्त्र आणी समस्त परिवार,१८
<ref> १८ आ पछी बीजी प्रतमां ‘स्वजनवर्ग परवर्ग नरनारी' ए शब्दो छे. </ref>  नगरलोक पहिरावी१९<ref> १९ पहिरावइं, आ पछी बीजी प्रतमां नीचेनी पंक्तिओ छे:<br>
{{gap}}देशलोक, बंदीजन, जाचक, प्रतिबंधन वस्त्र आपइं, दरिद्रानां दरिद्र कापइ, सहुनइं पहिराबी, लोभनी बात नावीः राजा युबराजा प्रधान श्रीकरण कोठारी धान्यकोठारी धनभंडारी वस्रभंडारी नगरलोक सहुइंनइं राजा बुलावइं, पद पाच सात पाछलि आवई, चतुर नारी गीत गावइं, मोती थाल भरी वधावइं, मृदंग पडह तूर बजावइं, पंच शबद नीसाण गजावइं, एहवा उछव करावइ, मस्तकि छत्र धरावइं, पापिष्ट दुष्टनइं डरावइं, पंषिया जीवनइं चर।बइं.' </ref>  नांमस्थापना कीधी.२०<ref> २० आ पछी बीजी प्रतमां 'कीर्तिरुपिणी धज दीधी' एवा शब्द छे.</ref>
------------------------------   
------------------------------   
कचनीझूंना. २ फरंगी, आ शब्द पछी बीजी प्रतमां  'एरंडी' छे. ३ कमरबाफ. ४ दामिमसार. ५. चउतार. ६ गालू. ७ चोलहिरा. ८ तीलुहुरी. ९ लाछुउरी. १० अधातरी, आनी पछी 'देवदूषा' शब्द बीजी प्रतमां छे. ११ महुसाहु. १२ चोरसा १३ बीजी प्रतमर्मा 'षेस' नथी. १४ महिमुंदशाही, आनी पछी बीजी प्रतमां नीचेनां वस्त्रोनां नाम मळे छेः 'चीगीदाम गोयागरी सागीयां, नीली पांजणी, पीली काली कादूई राती पंचवर्ण पांजणी, पछेडी, बाट पछेडी, नीझरी पछेडी, सोनादोरी पछेडी.' १५ नानाविधि. १६ आ पछी बीजी प्रतमां ‘नानावधि जातिनां' एवा शब्द छे. १७ नानाविधि. १८ आ पछी बीजी प्रतमां ‘स्वजनवर्ग परवर्ग नरनारी' ए शब्दो छे. १९ पहिरावइं, आ पछी बीजी प्रतमां नीचेनी पंक्तिओ छे:
देशलोक, बंदीजन, जाचक, प्रतिबंधन वस्त्र आपइं, दरिद्रानां दरिद्र कापइ, सहुनइं पहिराबी, लोभनी बात नावीः राजा युबराजा प्रधान श्रीकरण कोठारी धान्यकोठारी धनभंडारी वस्रभंडारी नगरलोक सहुइंनइं राजा बुलावइं, पद पाच सात पाछलि आवई, चतुर नारी गीत गावइं, मोती थाल भरी वधावइं, मृदंग पडह तूर बजावइं, पंच शबद नीसाण गजावइं, एहवा उछव करावइ, मस्तकि छत्र धरावइं, पापिष्ट दुष्टनइं डरावइं, पंषिया जीवनइं चर।बइं.'
इति श्रीजिमणवारपरिधानविधिः संपूर्णः। १<ref>१ बीजी प्रतमां नीचे प्रमागे पुष्पिका छे:<br>
२० आ पछी बीजी प्रतमां 'कीर्तिरुपिणी धज दीधी' एवा शब्द छे.
गणि हस्तीरुचि लिषतं बीबीपुरे पारिष जेठा स्ववाचनाय ॥</ref>पूज्यश्रीसोमविमलसूरिशिष्यआचार्य्यश्रीआणंदसोमसूरिशिष्यपंडितरत्नसोमगणि तत् शिष्य विद्यासोममुनिलषितं । संवत १६७५ वर्षे फागुण वदि ७ गुरौ वासरे। श्रीरस्तुः । कल्लाणमस्तु ॥
 
इति श्रीजिमणवारपरिधानविधिः संपूर्णः। १पूज्यश्रीसोमविमलसूरिशिष्यआचार्य्यश्रीआणंदसोमसूरिशिष्यपंडितरत्नसोमगणि तत् शिष्य विद्यासोममुनिलषितं । संवत १६७५ वर्षे फागुण वदि ७ गुरौ वासरे। श्रीरस्तुः । कल्लाणमस्तु ॥


------------------------------   
------------------------------   
१ बीजी प्रतमां नीचे प्रमागे पुष्पिका छे:
गणि हस्तीरुचि लिषतं बीबीपुरे पारिष जेठा स्ववाचनाय ॥
*****
વર્ણકસમુચ્ચમ ભાગ-૧, પ્રકા. મહારાજા સયાજીરાવ વિશ્વવિદ્યાલય, વડોદરા, ૧૯૫૬


{{right|'''[કાવ્યવિવેચન, ચારૂતર પ્રકાશન, આણંદ, ૧૯૪૯]'''}}<br>
{{right|'''[વર્ણકસમુચ્ચમ ભાગ-૧, પ્રકા. મહારાજા સયાજીરાવ વિશ્વવિદ્યાલય, વડોદરા, ૧૯૫૬]'''}}<br>
<hr>
<hr>
{{reflist}}
{{reflist}}
Line 93: Line 88:
<br>
<br>
{{HeaderNav2
{{HeaderNav2
|previous = અર્થસંક્રાંન્તિનાકારણ અને પરિણામ
|previous = સૌભાગ્યપંચમી કથા
|next = મુનશીનો સચોટતાવાદ
|next = ભોજનસામગ્રી
}}
}}

Navigation menu