32,256
edits
No edit summary |
No edit summary |
||
| Line 26: | Line 26: | ||
{{Poem2Open}} | {{Poem2Open}} | ||
एहवी लापसी प्रीसाइ<ref> पीसाई. </ref>. पछइ खीर.<ref> आ पछी नीचेना शब्दो बीजी प्रतमां मळे छेः ‘१०० गायनां दूध, ५० नीपाई अनुक्रमे, १ नीपाई रूडा आषा चोषानी पीर मुकाई पछई.' </ref> हांसा गहुं, काठा गहुं, जालीया<ref> भीलीया. </ref> गहुं, बाजीया<ref> वासीया. </ref> गहुं, वांसीया गहुं, एतले प्रकारे गहुंना मांडां; ते किम.<ref> 'ते किम' ए शब्दो बीजी प्रतमां नथी. </ref> खांडमांडा, पूरणमांडा, आछा मांडा, करकरा मांडा, आकाशमांडा, एतली<ref> एकली. </ref> पडसूदीना मांडा. लहचूई पोली, खूबी रोटी, वारू<ref> वारु. </ref> वडां, वेढिमी, वडां तो<ref> ते. </ref> केहवां छइ? | एहवी लापसी प्रीसाइ<ref> पीसाई. </ref>. पछइ खीर.<ref> आ पछी नीचेना शब्दो बीजी प्रतमां मळे छेः ‘१०० गायनां दूध, ५० नीपाई अनुक्रमे, १ नीपाई रूडा आषा चोषानी पीर मुकाई पछई.' </ref> हांसा गहुं, काठा गहुं, जालीया<ref> भीलीया. </ref> गहुं, बाजीया<ref> वासीया. </ref> गहुं, वांसीया गहुं, एतले प्रकारे गहुंना मांडां; ते किम.<ref> 'ते किम' ए शब्दो बीजी प्रतमां नथी. </ref> खांडमांडा, पूरणमांडा, आछा मांडा, करकरा मांडा, आकाशमांडा, एतली<ref> एकली. </ref> पडसूदीना मांडा. लहचूई पोली, खूबी रोटी, वारू<ref> वारु. </ref> वडां, वेढिमी, वडां तो<ref> ते. </ref> केहवां छइ? | ||
<ref>श्लोकनी शरुआतमां बीजी प्रतमां 'यतः शब्द छे. </ref>हिंग्वाजी रैर्मिरीचैर्लवणदलयुतैरार्दकैः पूर्णगर्भैः | {{Poem2Close}} | ||
{{Block center|<poem><ref>श्लोकनी शरुआतमां बीजी प्रतमां 'यतः शब्द छे. </ref>हिंग्वाजी रैर्मिरीचैर्लवणदलयुतैरार्दकैः पूर्णगर्भैः | |||
स्निग्धः स्वादु सुवृत्तः परिमलबहुलः कोमलः कुंकुमाभः । | स्निग्धः स्वादु सुवृत्तः परिमलबहुलः कोमलः कुंकुमाभः । | ||
लग्नो दंतांतराले मरुमरुमरुतस्पष्टविस्पष्टशब्दै- | लग्नो दंतांतराले मरुमरुमरुतस्पष्टविस्पष्टशब्दै- | ||
र्धन्यानां कः कपोले प्रविशति वटकः प्रेयसीप्रेमदत्तः ॥ | र्धन्यानां कः कपोले प्रविशति वटकः प्रेयसीप्रेमदत्तः ॥</poem>}} | ||
{{Poem2Open}} | |||
घणइ तेलिं सीनां, खाटइ भीना,<ref> सीनां. </ref> हाथ धुवलइ,<ref> हाथ घुवलइ ए शब्दोंने बदले बीजी प्रतमां "घणइं वेगरइं मिलइं" एवा शब्द छे. </ref> मुहि पडियां<ref> पड्यां. </ref> गलइ, स्वर्ग थिकु<ref>थकी</ref> देवता देषी टलवलइ. अडदनां वडां, मगनां वडां, इस्यां अनेक प्रकारिं वडां,<ref> 'इस्यां अनेक प्रकारिं वडां' शब्दोंने बदले बीजी प्रतमां 'एटले प्रकारे यहां जाणिवा' एवा शब्द छे. </ref> इस्ति [2-A] पद वडां, भीनां वडा, घोल वडां, आर्द्रक वडां, मरी२<ref> मिरी. </ref> वडा, राई वडा, मोतीआ<ref> मोतीयां. </ref> वडां, कांजीआं<ref> कांजियां, </ref> वडां, दालिआं<ref> दालियां. </ref> वडा, खांड वडां, कुहाडीआ<ref> कुहाडीयां. </ref> वडां, एतले प्रकारे वडां जाणिवां. पछइ साकर<ref> शाकर. </ref> जाणवी;<ref> आ शब्द बीजी प्रतमां नथीः पछी “षांड गुल मुकीयइं" एवा शब्द बीजी प्रतमां छे. </ref> तिवराज<ref> तिविराज, </ref> साकर, चीणी साकर, घसी साकर, मादलीआं<ref> मादलीयां. </ref> साकर, उत्तराधी साकर, कालपी साकर, आगरी साकर. पछइ षांड आवइ; फूल खांड, सींगलुहरी<ref> सिंगलुरी. </ref> खांड, बुरा खांड, चीत्रुडी<ref>चित्रोडी, </ref> खांड, वागडा खांड, मालवी खांड<ref> पछी 'ईडरी खांड' छे. </ref>, नीझरी खांड, उत्तराधी खांड, आगरानी<ref> आगराइ. </ref> खांड<ref> पछीना 'एतली षांडनी जाति जाणवी’ ए शब्द बीजी प्रतमां नथी. </ref> एतली षांडनी जाति जाणवी. हवइ गुलनां नामः<ref> हवइ गुलनां नाम ए शब्दोने बदले बीजी प्रतमां एकलो 'गुल' शब्द आपेलो छे. </ref> मलबारी गुल, वागडीउ गुल, सोरठी<ref> सोरठीउ. </ref> गुल, मालवी गुल, नवसारी<ref> नवसारीउ. </ref> गुल, नंदरबारी गुल, नमीआडु<ref> नमीआडउ. </ref> गुल, महीयाशाही<ref> महीयासाथी. </ref> गुल, पंड्याणी गुल, नागुहुरी<ref>नागहुरी. </ref> गुल, जेहनइ जिसी<ref> जेहवी. </ref> रुचि तेहनइ<ref>तेहनइं. </ref> तिसिउं गलिउं प्रीसाइ. | घणइ तेलिं सीनां, खाटइ भीना,<ref> सीनां. </ref> हाथ धुवलइ,<ref> हाथ घुवलइ ए शब्दोंने बदले बीजी प्रतमां "घणइं वेगरइं मिलइं" एवा शब्द छे. </ref> मुहि पडियां<ref> पड्यां. </ref> गलइ, स्वर्ग थिकु<ref>थकी</ref> देवता देषी टलवलइ. अडदनां वडां, मगनां वडां, इस्यां अनेक प्रकारिं वडां,<ref> 'इस्यां अनेक प्रकारिं वडां' शब्दोंने बदले बीजी प्रतमां 'एटले प्रकारे यहां जाणिवा' एवा शब्द छे. </ref> इस्ति [2-A] पद वडां, भीनां वडा, घोल वडां, आर्द्रक वडां, मरी२<ref> मिरी. </ref> वडा, राई वडा, मोतीआ<ref> मोतीयां. </ref> वडां, कांजीआं<ref> कांजियां, </ref> वडां, दालिआं<ref> दालियां. </ref> वडा, खांड वडां, कुहाडीआ<ref> कुहाडीयां. </ref> वडां, एतले प्रकारे वडां जाणिवां. पछइ साकर<ref> शाकर. </ref> जाणवी;<ref> आ शब्द बीजी प्रतमां नथीः पछी “षांड गुल मुकीयइं" एवा शब्द बीजी प्रतमां छे. </ref> तिवराज<ref> तिविराज, </ref> साकर, चीणी साकर, घसी साकर, मादलीआं<ref> मादलीयां. </ref> साकर, उत्तराधी साकर, कालपी साकर, आगरी साकर. पछइ षांड आवइ; फूल खांड, सींगलुहरी<ref> सिंगलुरी. </ref> खांड, बुरा खांड, चीत्रुडी<ref>चित्रोडी, </ref> खांड, वागडा खांड, मालवी खांड<ref> पछी 'ईडरी खांड' छे. </ref>, नीझरी खांड, उत्तराधी खांड, आगरानी<ref> आगराइ. </ref> खांड<ref> पछीना 'एतली षांडनी जाति जाणवी’ ए शब्द बीजी प्रतमां नथी. </ref> एतली षांडनी जाति जाणवी. हवइ गुलनां नामः<ref> हवइ गुलनां नाम ए शब्दोने बदले बीजी प्रतमां एकलो 'गुल' शब्द आपेलो छे. </ref> मलबारी गुल, वागडीउ गुल, सोरठी<ref> सोरठीउ. </ref> गुल, मालवी गुल, नवसारी<ref> नवसारीउ. </ref> गुल, नंदरबारी गुल, नमीआडु<ref> नमीआडउ. </ref> गुल, महीयाशाही<ref> महीयासाथी. </ref> गुल, पंड्याणी गुल, नागुहुरी<ref>नागहुरी. </ref> गुल, जेहनइ जिसी<ref> जेहवी. </ref> रुचि तेहनइ<ref>तेहनइं. </ref> तिसिउं गलिउं प्रीसाइ. | ||